पता नहीं कहाँ  से वो इतना बड़ा जिगरा लता है ,बड़े से बड़ा दर्द बिना कहे सह जता है ,

माँ तो रो देती ही है दुःख मैं ,मगर 
वो पिता ही है जो हॅंसकर सारे ग़म सह जाता है !