बीते लमहे MERE KUCH LAFZ June 13, 2021 Jindgi 0 Comments Footer Ads Responsive Advertisement ना कोई पास है , ना कोई ख़ास है ,और ना अब किसी से कोई आस है , अब तो बस वो बीते लमहे ,और उन बीते लमहो का ऐहसास है ! Tags Jindgi
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